चेयरमेन साहब मैं आपसे कहना चाहता हूँ कि हम लोग देख रहे है कि गरीबी
सबके लिए नहीं है कुछ लोग तो देश में इस तरह से पनप रहे है कि उनकी संपत्ति का
कोई हिसाब नहीं है बाकील जो पड़े लिखे है जो अनपढ़ है वे सभी काम करने के लिए
तैयार है जब उनके पास करने के लिए काम नहीं होगा तो वे समाज के कारे नारों से कब
तक खुश होते रहेगे। रोजी रोटी के अभाव में उनमें कुंठा बढेगी और वे पथ भ्रष्ट हो
सकते है। महोदय इस बात को आप अवश्य समझ ले आप इस तरह देश की युवा शक्ति के
आतंकबार और उग्रवाद की खोज में चले जाने का भय रहेगा। इससे देश को बहुत बड़ा
नुकसान होगा। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि आप इस संशोधन के समर्थन के
बारे में दलगत दृष्टि से मत देख्एि इस देश में इस तरह के बातावरण से ना तो जनता को
और ना ही सरकार को लाभ होगा बल्कि पूरे देश के इससे हानि होगी इसलिए मैं चाहता हँ
कि जो सविधान संशोधन विधेयक सदन में लाया गया है उसे आप खुले मन से स्वीकार करे
मैं हद्रय से इसका समर्थन करता हूँ और इसमें यदि आप कोई अन्य सुझाव देना चाहे तो
इसका स्वागत है। सरकार के लिए केवल अपने घोषणा पत्र में लिखी हुई बातो को दोहराने
से कोई लाभ नहीं होगा उन बातों पर अमल करने का रास्ता क्या है इसे भी आप स्पष्ट
करे। ताकि इस देश में उत्पन्न समस्याओं का हल निकालने के लिए विरोधी दल सरकार
को अपना दृष्टिकोण बता सके। श्रीमान अभी अभी मेरे दोस्त ने जो विधेयक प्रस्तुत
किया है इसे स्वीकार करने से पहले इसका विष्लेशण करना अवश्य हो गया है क्योंकि
मेरा निवेदन है कि विधेयक के संबंध में चर्चा आवश्यकता से काफी अधिक हो चुकी है
मेरी दृष्टि में इस विधेयक का विचार क्षेत्र बहुत सीमित है और हमें केवल यह
सुनिश्चित करना है कि इस विधेयक को स्वीकार कर लिया जाये तो इससे उस समस्या का
समाधान हो सकेगा मैं इसके लिए उद्देश्यों और कारणों के विस्तार की ओर सभी का ध्यान
आकर्षित करना चाहता हूं मेरे दोस्त रोजगार के अधिकार को सुनिश्चित करना चाहते है
और इसे बाद विवाद का बनाना चाहते है समस्या यह है कि विपक्ष का दृष्टिकोण स्पष्ट
नहीं है।
Hindi Dictation For High Court, SSC, CRPF, Railways, LDC, Steno Exam With Matter
Monday, 14 May 2018
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