कुल शब्द 381
पार्ट 299
समय 10 मिनिट 30
सेंकेंड
एक अंग्रेज डॉक्टर
कहता है कि – किसी नगर में दवाई लदे हुए बीस गधे ले जाने से एक हसोड़ आदमी को ले
जाना अधिक लाभकारी है। हसीं शरीर के स्वास्थ का शुभ संवाद देने वाली है। हसी
शरीर के स्वास्थय का शुभ संवाद देने वाली है वह एक साथ ही शरीर और मन को प्रसन्न
करती है। पाचन शक्ति बढ़ाती है, रक्त को चलाती है अधिक पसीन लाती है। वह एक साथ
ही शरीर और मन को प्रसन्न करती है। पाचन शक्ति बढ़ाती है रक्त को चलाती और अधिक
पसीना लाती है। हंसी एक शक्तिशाली दवा है। एक डॉक्टर कहता है कि वह जीवन की मीठी
मदिरा है । डॉक्टर फयड कहते है कि वह आनंद से बढ़कर बहुमूल्य वस्तु मनुष्य के
पास और नहीं है। कारलायल एक राजकुमार था। संसार-त्यागी हो गया था। वह कहता है कि
जो जी से हंसता है, वह कभी बुरा नहीं होता। जी से हंसो तुम्हे अच्छा लगेगा। अपने
मित्र को हंसाओं वह अधिक प्रसन्न होगा। शत्रु को हंसाओं तुमसे कम घृणा करेगा। एक
अंजान को हंसाओं, तुम पर भरोसा करेगा। उदास को हंसाओ, उसका दुख घटेगा। निराश को
हंसाओ उसकी आशा बढेगी। एक बूढे को हंसाओं, वह अपने को जबान समझने लगेगा। एक बालक
को हंसाओं उसके स्वास्थ्य में वृद्धि होगी। वह प्रसन्न वह ग्यारा बालक बनेगा
पर हमारे जीवन का उद्देश्य केवल हंसी ही नहीं है, हमको बहुत काम करने हैं। तथापि
उन कामों में, कष्टों में और चिंताओं में एक सुंदर आन्तरिक हंसी, बड़ी प्यारी
वस्तु भगवान ने दी है। विचार विनिमय के लिए केवल मनुष्य को ही वाणी का वरदान
प्राप्त है। पशु पक्षी अपने भाव और विचार शारीरिक मुद्राओं और संकेतो के द्वारा
प्रकट करते है। वाणी के अनेक रूप है जो भाषा और बोली कहलाते है प्राय: सभी स्वतंत्र
देशों की अपनी अपनी भाषाएं है। उनके साथ स्थानीय बोलिया भी है जो भाषा का ही
प्रादेशिक रूप है सबसे अधिक सुगम सरल और स्वाभाविक और भाषा मात्र भाषा कहलाती है।
यह बालक को जन्मजात संस्कार से मिलती है। अन्य भाषाएं अर्जित भाषाएं होती है जो
अभ्यास द्वारा सीखी जाती है। अपने घर-परिवार, वर्ग, जाति और देश के मध्य विचार-विनिमय
के लिए सबसे सरल मात्र भाषा ही है। अपनी मात्रभाषा द्वारा जितनी सहजता से भाव व्यक्त
किया जा सकता है वैसा सहत सामर्थ किसी अन्य अर्जित
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