Thursday, 1 February 2018

50 WPM Hindi Dictation for High Court, SSC, CRPF, Railways, LDC Exam Post 260 Matter Link

पार्ट 260 
कुल शब्‍द 508 समय 10 मिनिट (58 WPM)

50 WPM Hindi Dictation for High Court, SSC, CRPF, Railways, LDC Exam Post 260 Matter Link

वर्ल्‍ड इॅकोनॉमिक फोरम के जेंडर गेप इंडेक्‍स में भारत 21 पायदान नीचे आ गया है। फोरम ने 144 देशों में भारत को 108वें नम्‍बर पर रखा है। पिछले साल 87वें नम्‍बर पर था स्त्री पुरूष में आर्थिक और राजनीतिक असमानता बढ़ना इसकी प्रमुख वजह है। फोरम चार पैरामीटरों पर यह रैंकिंग करता है। इनमें से दो में प्रदर्शन खराब हुआ है। बाकी दो पैमाने पर भी सिफ एक एक अंक का सुधार है। राजनीतिक अधिकार में  भारत पन्‍द्रहवे नम्‍बर पर है। अर्थव्‍यवस्‍था में महिलाओं की कम भागीदारी और मामूली वेतन के चलते भारत रैकिंग में चीन और बांग्‍लादेश से भी पिछड़ गया है। डब्‍ल्‍यू.ई.एफ की ग्‍लोबल जेंडल गैप रिपोर्ट 2017 के मुताबिक भारत ने महिला और पुरूषों के मामले में 67 फीसदी अंतर बांटने में सफलता हासिल की है। लेकिन यह सफलता  चीन और बांग्‍लादेश से भी फीकी है। इस इंडेक्‍स में बांग्‍लादेश 47वें और चीन 100वें स्‍थान पर रहा। भारत की रैकिंग 2006 के मुकाबले 10 पायदान गिरी है। यह इंडेक्‍स  2006 में ही शुरू किया गया था। इंडेक्‍स की शुरूआत से पहली बार पूरी दुनिया में जेंडर गैप के मामले में हालात सुधरने के बजाह बिगड़ी है। खासकर शिक्षा, कार्यस्‍थल और राजनीति इन चारो क्षेत्रों में महिला व पुरूषों के बीच खाई और चौड़ी हुई है।

         भारत 141वें स्‍थान पर है। भारत से नीचे सिफ 3 देश है अजर बेजान आर्मेनिया चीन। आश्‍चर्य जनक रूप से चीन सबसे नीचे है। भारत में पांच साल से कम की एक लाख बच्चिचयों में से 595 मर जाती है। 587 महिलाओं की मौत संकमण रोगों से होती है। भारत पन्‍द्रहवें स्‍थान पर है। भारत का स्‍थान संसद में रिप्रजेन्‍टेशन के मामले में 188वां और मंत्री बनने के मामले में 76वां स्‍थान है। 1966 में यहां पहली बार महिला पीएम बनी  टॉप 20 देशों में बने रहने के लिए नई पीढि़ को आगे आना होगा। भारत 139वें स्‍थान पर है। भारत में महिलाएं रोज औसतन 537 मिनिट काम करती है। पुरूष 442 मिनिट महिलाओं को 66% और पुरूषों को 12% काम के पैंसे नहीं मिलते। महिलाओं की औसत सैलरी 5400 रूपए और पुरूषों की 8100 रूपए है शिक्षा के क्षेत्र में भारत 112वें स्‍थान पर है प्राथमिक और सेंकेंडरी ऐजुकेशन में भर्ती के मामले भारत नम्‍बर 1 है। 40% व्‍यस्‍क महिलाओं और 62% पुरूषों के पास प्राईमरी एजुकेशन है। सेंकेंडरी एजुकेसन में महिलओं का एवरेज 19.4% और हायर एजुकेशन 6.7% है। इकोनॉमिक कोऑरेशन और हेल्‍थ में भारत 100 से नीचे ही है। वर्ल्‍ड लेवल पर स्‍त्री पुरूष में असमानता भी बड़ी है। जेंडर गैप रैंकिंग के ग्‍यारह साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ 2016 की रिपोर्ट में कहा गया था कि इस अंतर को बांटने में 83 साल लगेगे। लेकिन नई रिपोर्ट के मुताबिक अब इसमें सौ साल लग जायेगे। सैलरी का अंतर को इतना ज्‍यादा है कि इसे खत्‍म होने में 217 साल लगेगे। राजनीतिक असमानता दूर करने में 99 साल और शैक्षिक असमानता हटाने में 13 साल का वक्‍त लगेगा। फोरम में एजुकेशन और जेंडर डिपार्टमेंट की शादिया जाहिदी ने कहा कि बड़े देशों ने असमानता कम करने की रफतार बड़ी है। 

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