Friday, 9 March 2018

बिना किसी समस्‍या के जीवन - बच्‍चों को अपनी माताओं के लिए - 45 WPM


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समय 9 मिनिट 55 

 बिना किसी समस्‍या के जीवन भर स्‍वस्‍थ रहने का सबसे अच्‍छा सुरक्षित एवं आसान तरीका योग है। इसके लिए केवल शरीर के क्रिया कलापों और सांस लेने के सही तरीकों का नियमित अभयास करने की आवश्‍यकता है। यह शरीर, मष्तिष्‍क और आत्‍मा के बीच हो रहे संपर्क को नियमित करता है। यह ही नहीं, योग आपके दिमाग और शरीर को परेशानियों से बचाता है। यह भी देखा गया है कि योग स्‍वास्‍थ्‍य, ज्ञान और आंतरिक शांति को बनाए रखने में मदद करता है। अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य प्रदान करने के लिए यह हमारी भौतिक आवश्‍यकताओं को पूरा करता है। ज्ञान के माध्‍यम से यह मानसिक आवश्‍यकताओं को पूरा करता है और आंतरिक शांति के माध्‍यम से यह आत्‍मिक आवश्‍यकता को पूरा करता है। इस तरह योग हम सभी के बीच सामजस्‍य बनाए रखने में मदद करता है। सुबह के समय योग का  नियमित अभ्‍यास करने से हमें अनगिनत शारीरिक और मानसिक त्‍त्‍वों से होने वाले परेशानियों से मुक्ति मिलती है। योग के विभिन्‍य आसन, मानसिक और शारीरिक मजबूती के साथ अच्‍छाई की भावना का भी निर्माण करते है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि सामजस्‍य भलाई को बढ़ावा देने में योग का बहुत बड़ा योगदान है। इसके अतिरिक्‍त यह मानव मष्तिष्‍क को तेज करता है, और बौद्धिक स्‍तर को सुधरता सूरज चमक रहा था और मुझ पर खिड़की से सूर्य का प्रकाश पड़ रहा था। मेरी माताजी कमरे में आई और उन्‍होने मुझे अपनी प्‍यारी बोली में उठाने की कोशिश की। तभी में अपनी ढकी हुई चादर से बाहर आ गया और अपनी माताजी को चकित कर दिया। मैं स्‍कूल बसे में अपनी माताजी के साथ स्‍कूल गया और अपने मित्रों एवं अध्‍यापकों से मिला। मुझे मेरी कक्षा अध्‍यापक कक्षा में ले गई और मेरे माताजी ने बाहर बगीचे में अन्‍य माताओं की तरह इंतजार किया। मैं अपनी कक्षा में बहुत ही शांत था। पर मैंने बहुत से बच्‍चों को अपनी माताओं के लिए रोते हुए सुना। जब मेरी कक्षा अध्‍यापक का आगमन हुआ तो उन्‍होंने दरवाजा बंद कर दिया और स्‍मार्ट बोर्ड पर हमें कुछ बेहद रोचक कहानियों के बारे में बताया। यह ही नहीं, हमने कई नई बाते भी सीखी। इससे सभी खुश हो गए। तब अध्‍यापिका ने हमसे हमारे बारे में पूछा और हमें अपना नाम भी बताया उन्‍होंने हमसे कहा कि हम अच्‍छे बच्‍चे है और हमें नियमित रूप से अपनी माताओं को याद किए बिना आना पढ़ेगा। वो बहुत ही प्‍यार से बोल रही थी और सभी के साथ बहुत अच्‍छे से व्‍यवहार कर रही थी। उन्‍होंने हमसे कहा कि यदि हम स्‍कूल प्रतिदिन आएगे तो वो हमें कहानी सुनाया करेगी। हम सभी अपनी अपनी माताओं के साथ फिर घर आ गए।

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