Saturday, 10 March 2018

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राज्‍य मंत्री परिषद को प्रशासन के कुशल संचालन में सहायता देने हेतु सचिवीय कार्य करने वाला सचिवों का कार्यालय ही राज्‍य सचिवालय है। राज्‍य प्रशासन का उच्‍चतर स्‍तर होने के कारण सचिवालय का प्रमुख कार्य नीति रचना और विधायी कार्यो में राज्‍य सरकार को सहायता करना है। इसमें राज्‍य के अनुभवी और वरिष्‍ठ लोकसेवक रहते है। सचिवालय का मुख्‍य सचिव उसका अध्‍यक्ष तथा मंत्री परिषद का सचिव होता है। मध्‍यप्रदेश में आधुनिक सचिवालय संगठन नवम्‍बर 1956 में गठित किया गया था। पुर्नगठन के पूर्व विंध्‍य प्रांत सेन्‍ट्रल प्राविसेस तथा मध्‍य भारत के लिए प्रथक प्रथक सचिव स्‍तर के कार्यालय स्थापित थे। वर्तमान में इसकी स्थिति मंत्रीमण्‍डलीय परामर्श दात्री कार्यलय तथा  सचिव प्रशासन के कार्यलय दोनों के संयुक्‍त रूप में है।

        मध्‍यप्रदेश राज्‍य सचिवालय का मुख्‍यालय भोपाल स्थित वल्‍लभ भवन में है यह राज्‍य शासन की सर्वोच्‍य प्रशानिक संस्‍था है। सचिवालय अपने कार्यो के लिए मुख्‍य मंत्री के प्रति उत्‍तरदायी होता है। मध्‍यप्रदेश राज्‍य सचिवालय के अंतर्गत्‍ लगभग 52 विभाग है। राज्‍य सचिवालय सरकार की नीतियों और कार्यक्रम निर्धारित करने में मंत्रिपरिषद की सहायता और परामर्श देने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सरकारी नीति रचना के लिए आवश्‍यक सामाग्री निभाता है। यह सरकारी नीति रचना के लिए आवश्‍यक सामाग्री एकत्रित करता है तथा उसक विष्‍लेषण करके मंत्रिपरिषद के सम्‍मुख प्रस्‍तुत करता है। मध्‍यप्रदेश राज्‍य सचिवालय के प्रमुख कार्य निम्‍नलिखत है।

1 नीति निर्माण तथा समय समय पर उसके परिवर्तन में मंत्रियों की सहायता करना तथा उनको व्‍यवस्‍थापर संबंधी दायित्‍वों कें निर्वाह में सहायता देना।
2 व्‍यवस्‍थापन का प्रारूप नियम एवं विनियम बनाना।
3 नीतियों एवं कार्यक्रमों का समन्‍वय करना, उनकी क्रियान्‍विती पर नियंत्रण रखना तथा उनके परिणामों की पुनरीक्षा एवं पुर्नवलोकन करना।
4 नियोजन तथा वित्‍त संबंधी कार्य करना।
5 सेवी वर्ग प्रबंध की नीतिया निर्धारित करना

6 सचिवालय के प्रशासनिक विभागों में समन्‍वय तथा स्‍पष्‍टत: स्‍थापित करना।
7 केन्‍द्र तथा अन्‍य राज्‍य सरकारों एवं योजना आयोग जैसे केन्‍द्रीय अभिकरणों कें साथ संचार की व्‍यवस्‍था करना।
8 क्षेत्रीय विभागों द्वारा किए गए कार्य का मूल्‍यांकन निरीक्षण नियंत्रण और समन्‍वय करना।
9 प्रशासनिक तंत्र को सुगम तथा कुशल तरीके से संचालित करना और सेवी वर्ग की संगठात्‍नात्‍मक क्षमता के लिए आवश्‍यक कदम उठाना।
10 राष्‍ट्रपति शासन के समय राज्‍यपाल के निर्देशानुसार कार्य करना।

इस प्रकार हम देखते है कि राज्‍य सचिवालय ही वह अभिकरण है जिसके माध्‍यम से शासन के समस्‍त कार्य संचालित किए जाते है यह बहुमुखी कार्यो का सम्‍पादन करता है इसके कार्यो की विविधता और व्‍यापकता देखते हुए इसे राज्‍य के गुरूत्‍वाकर्षण का केन्‍द्र बिंदु की संज्ञा दी जाती है। किसी राज्‍य की संपूर्ण प्रशासनिक संरचना मुख्‍यत:

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